टीजीटी कला में भी पूछे गए गलत सवाल
टीजीटी परीक्षा
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की शिक्षक भर्ती परीक्षा में लगातार दूसरे दिन भी गलत सवाल पूछे जाने का मामला सामने आया है। दूसरे दिन हुई टीजीटी परीक्षा में पहली पाली में सामाजिक विज्ञान, उर्दू, संगीत, कृषि जबकि दूसरी पाली में संस्कृत, गणित एवं कला की परीक्षा हुई। दूसरी पाली की परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी उस समय परेशान हो गए, जब टीजीटी कला के ‘डी’ सीरीज के प्रश्नपत्र के प्रश्न संख्या 18 में उन्हें कोई विकल्प नहीं मिला। प्रश्न में पूछा गया है कि बाघ में कुल कितनी गुफाएं हैं, परंतु उसके नीचे उत्तर के विकल्प गायब थे। विकल्प नहीं मिलने से परेशान अभ्यर्थियों ने हंगामा किया और आरोप लगाया कि एक बार फिर से चयन बोर्ड ने प्रश्नपत्र तैयार करने में लापरवाही की है। टीजीटी कला के बी सीरीज के प्रश्नपत्र में प्रश्न संख्या 37 एवं 55 रिपीट किया गया है। प्रश्न किशनगढ़ शैली का प्रसिद्घ चित्रकार कौन है, यह प्रश्न 35 एवं 55 दोनों में पूछा गया है।
परीक्षार्थियों ने आरोप लगाया कि प्रश्नों में वर्तनी त्रुटि होना, चयन बोर्ड के अधिकारियों की लापरवाही दिखाता है। इसके साथ कुछ दूसरे विषयों सामाजिक विज्ञान, संस्कृत की परीक्षा में गलत सवाल पूछे जाने का आरोप लगाया है। चयन बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक इस बारे में कोई शिकायत नहीं मिली है। चयन बोर्ड की ओर से हुई टीजीटी परीक्षा के लिए आवेदन के बाद भी प्रवेश पत्र नहीं मिलने और गड़बड़ी का आरोप लगाकर बड़ी संख्या में परीक्षार्थी लगातार दूसरे दिन चयन बोर्ड पहुंचे। वहां अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने परीक्षा की व्यस्तता बताकर उनसे किनारा कर लिया। इस बात से नाराज परीक्षार्थियों ने हंगामा किया। बड़ी संख्या में परीक्षार्थी प्रवेश पत्र पर केंद्र के नाम के साथ पता नहीं दिए जाने से परेशान रहे। आवेदन करने वालों का कहना था कि फार्म भरने के पांच वर्ष बाद परीक्षा हुई, इसमें भी शामिल होने से वंचित कर दिया गया।
टीजीटी परीक्षा में भले ही चयन बोर्ड यह दावा कर रहा हो कि खाली उत्तर पुस्तिका जमा करने वालों की ओएमआर कक्ष निरीक्षक क्रास कर देगा। चयन बोर्ड के इस निर्देश के बाद अब नकल कराने वालों ने नई तरकीब निकाली है, परीक्षार्थियों से कहा गया था कि वह कुछ प्रश्नों के उत्तर ओएमआर में काला कर दें। इसके बाद कक्ष निरीक्षक उनकी ओएमआर को क्रास नहीं कर पाएगा। शहर के कई परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों ने दो से तीन प्रश्नों के उत्तर ओएमआर में काला करने के बाद उसे कक्ष निरीक्षक के पास जमा कर दी। इन परीक्षार्थियों का आत्मविश्वास यह जता रहा था कि उनकी ओएमआर परीक्षा केंद्र अथवा चयन बोर्ड सहित अन्य माध्यमों से भर दी जाएगी। चयन बोर्ड के अधिकारी इसके बाद भी दावा कर रहे हैं कि कम उत्तर काला करने वालों की ओएमआर निरस्त कर दी जाएगी।
चयन बोर्ड की परीक्षा में अबकी बार ओएमआर की एक कार्बन कॉपी कम कर दी गई। 2013 की परीक्षा में मूल ओएमआर के साथ तीन कार्बन कॉपी लगी थी। अबकी बार दो कार्बन कॉपी संलग्न है, इसमें से एक परीक्षार्थी को जबकि दूसरी चयन बोर्ड में रखी जाएगी। चयन बोर्ड ने निश्चय किया है कि इस बार मूल्यांकन करने वाली एजेंसी को चयन बोर्ड में बुलाकर ओएमआर जांच जाएगी। ओएमआर की स्कैनिंग कॉपी चयन बोर्ड के पास रखी जाएगी।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से टीजीटी कला की परीक्षा के लिए केपी इंटर कॉलेज को परीक्षा केंद्र बनाए जाने पर परीक्षार्थियों ने सवाल खड़ा कर दिया है। परीक्षार्थियों का आरोप है कि केपी इंटर कॉलेज में टीजीटी कला की अर्हता दिलाने के लिए आईजीडी बाम्बे (बाम्बे ड्राइंग) का कोर्स चलाया जाता है। परीक्षार्थियों का आरोप है कि केंद्र से आईजीडी बाम्बे का कोर्स करने वाले परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए, उन्हें कक्ष निरीक्षकों की ओर से विशेष सुविधा प्रदान की गई।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की टीजीटी परीक्षा प्रदेश के 11 मंडल मुख्यालयों पर हुई। परीक्षा के लिए प्रदेश भर में पहली एवं दूसरी पाली में क्रमश: 182-182 केंद्र बनाए गए। पहली पाली में सामाजिक विज्ञान, उर्दू, संगीत, कृषि एवं दूसरी पाली में संस्कृत, गणित एवं कला की परीक्षा हुई।
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