जनपद करीब 700 फर्जी विद्यालय संचालित हो रहे हैं!!!!!!
कुशीनगर. बेसिक शिक्षा विभाग और निजी विद्यालयों के संचालकों के बीच तालमेल गड़बड हो जाने के बाद अवैध विद्यालयों का कच्चा चिट्ठा खुलने लगा है। करीब सात सौ फर्जी विद्यालयों के संचालित होने की बात सामने आ चुकी है। बेसिक शिक्षा विभाग की भाषा में अमान्य कहे जाने वाले इन विद्यालयों के पास कक्षाओं को संचालित करने के लिए मान्यता ही नहीं है ।
अपको बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के आशीर्वाद से जिले में बगैर मान्यता के करीब सात सौ विद्यालयों में कक्षा दस से लेकर बारह तक की पढ़ाई हो रही है। बेसिक शिक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक, इनमे से किसी के पास कक्षा पांच तो किसी के पास कक्षा आठ तक की कक्षाओं को संचालित करने के लिए अनुमति है।
कुछ विद्यालयों के पास प्राईमरी तक की कक्षाओं को संचालित करने की भी मान्यता नहीं है। यही नहीं ये विद्यालय मान्यता की शर्तों को भी पूरा नहीं करते हैं। इन फर्जी विद्यालयों के पास मानकों के अनुरूप न तो अध्यापक हैं न ही क्लास रूम।
इसके बावजूद बेसिक शिक्षा के अधिकारियों, बाबूओं के आशीर्वाद से फर्जी विद्यालय आराम से संचालित होते रहे हैं। परंतु 16 मई को धरना के दौरान निजी विद्यालय के प्रबंधकों, शिक्षकों द्वारा एक एबीएसए की पिटाई कर देने के बाद वर्षों से चल रही सेटिंग गड़बड़ हो गई।
अपने अधिकारी की पिटाई से कुपित बेसिक शिक्षा विभाग जांच करा कर अमान्य विद्यालयों की सूची तैयार करानी शुरू कर दी है। अब तक हुई जांच के मुताबिक जिले विकास खंड सेवरही में 103, सुकरौली में 66, रामकोला में 55,नेबुआ -नौरंगिया में48,कसया में 59,हाटा में 45, फाजिलनगर में 45 तथा विशुनपुरा के 43 अमान्य विद्यालयों सहित पूरे जनपद करीब 700 फर्जी विद्यालय संचालित हो रहे हैं। विभाग अब इन विद्यालयों को बंद कराने की कार्रवाई शुरू करने जा रहा है।
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